What is Computer System? Computer System : Basic operations , characteristics and limitations
What is Computer System? Computer System : Basic operations , characteristics and limitations
What is Computer System- कम्प्यूटर सिस्टम क्या है ?
कम्प्यूटर की विभिन्न इकाइयों (units) के समूह को कम्प्यूटर सिस्टम कहा जाता है। प्रत्येक इकाई विभिन्न प्रकार के कार्यों को सम्पादित करने के लिए सामन्य रूप से उत्तरदायी होती है। सरल भाषा में हम कह सकते है कि एक या एक से अधिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए काम करने वाली इकाइयों के समूह (group of units) को सिस्टम कहा जाता है।
कम्प्यूटर भी एक सिस्टम के रूप में कार्य करता है , जिसकी निम्लिखित इकाइयां हैं-
- हार्डवेयर (Hardware)
- सॉफ्टवेयर (Software)
- प्रयोकर्ता (User)
1 . हार्डवेयर (Hardware ) : कम्प्यूटर के mechanical तथा electronic भाग , कम्प्यूटर हार्डवेयर कहलाते हैं।
उदहारण : keyboard , mouse , printer , screen , cables , circuit board etc.
2. सॉफ्टवेयर (Software) : ये वे प्रोग्राम या निर्देशों के समूह (group of instructions) होते हैं ,जिन्हें क्रियान्वित कर कम्प्यूटर के हार्डवेयर भाग को संचालित और नियंत्रित किया जाता है।
उदहारण : Operating System , MS Word etc.
3. प्रयोकर्ता (User) : कम्प्यूटर पर प्रोग्राम लिखने या कम्प्यूटर पर कार्य करने तथा आउटपुट प्राप्त करने वाले व्यक्ति को प्रयोकर्ता (User) कहा जाता है।
एक व्यक्ति प्रयोगकर्त्ता , प्रोग्रामर , हार्डवेयर इंजीनियर , सॉफ्टवेयर इंजीनियर आदि हो सकता है।
Characteristics of Computer (कम्प्यूटर की विषेशताएँ)
कम्प्यूटर में ऐसे अनेक गुण हैं जिनके कारण वह अनेक कार्यों के लिए मनुष्य से श्रेष्ठ कर्त्ता सिद्ध हुआ है। ऐसे ही कुछ प्रमुख गुण निम्नलिखित हैं –
1. गति (Speed): कम्प्यूटर अपने सारे कार्यों को बहुत तीव्र गति से कर सकता है। एक आधुनिक कम्प्यूटर में यदि प्रोग्राम दिया गया हो तो वह गुणा /भाग /जोड़ /घटाव जैसी 30 लाख operations एक साथ सम्पन्न कर सकता है। कम्प्यूटर की गति को प्रति सेकेंड सम्पादित (Execute) होने वाले निर्देशों की संख्या MIPS (Millions Instructions Per Second ) में नापा जाता है।
1 मिली सेकेंड | 10^-3 सेकेंड |
1 माइक्रो सेकेंड | 10^-6 सेकेंड |
1 नैनो सेकेंड | 10^-9 सेकेंड |
1 पिको सेकेंड | 10^-12 सेकेंड |
2. शुद्धता (Accuracy): यदि हम कम्प्यूटर को सही-सही data और instructions दें तो , कम्प्यूटर द्वारा किये गए कार्य एवं परिणाम (result) शत-प्रतिशत शुद्ध प्राप्त होते हैं ,मतलब कम्प्यूटर अपने कार्य को बिना गलतियों के करता है।
3. संग्रहण क्षमता (Storage Capacity): कम्प्यूटर में data store करने की क्षमता बहुत अधिक होती है। यह सभी प्रकार के data जैसे – image , program , games और videos को कई सालों तक store रख सकता है।
कम्प्यूटर में data को store करने के लिए अनेक प्रकार के devices का प्रयोग किया जाता है जिनमें – hard disk ,CD , DVD etc .
कम्प्यूटर की storage capacity को मापने के लिए निम्नलिखित इकाइयों का प्रयोग किया जाता है –
0/1 | bit |
8 bits | 1 byte |
1024 byte | 1 KB (kilo byte) |
1024 KB | 1 MB (Mega byte) |
1024 MB | 1 GB (Giga byte) |
4. विश्वसनीयता (Reliability): कम्प्यूटर पर किया गया कार्य विश्वसनीय होता है। एक कर्मचारी कंपनी की अतिगोपनीय जानकारी लीक कर सकता है , परन्तु कम्प्यूटर स्वयं ऐसा नहीं कर सकता है।
5. स्वचालन (Automation): कम्प्यूटर पर एक बार प्रोग्राम तैयार हो जाने पर उसे केवल कुछ instructions देने की जरूरत होती है , इसके बाद कम्प्यूटर स्वतः ही अपने कार्य का संचालन एवं परिणाम का निर्धारण शुरू कर देता है।
6. सार्वभौमिकता (Versatility): एक कम्प्यूटर एक समय में अनेक कार्य कर सकता है।
जैसे – पत्र-लेखन , पत्र-वितरण , रिपोर्ट प्रिंट करना आदि।